यूपी ATS ने साइबर क्राइम गैंग से जुड़े एक और चीनी नागरिक को किया गिरफ्तार
इससे पहले एटीएस ने दो चीनी नागरिकों जू जूंफू उर्फ जुलाही तथा पोंचली तेंगली उर्फ ली तेंग ली समेत 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। दोनों चीनी नागरिक गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से गिरफ्तार किए गए थे। उनकी बिजनेस वीजा अवधि पिछले साल ही समाप्त हो गई थी। मंगलवार को गिरफ्तार चीनी नागरिक की बिजनेस वीजा अवधि इसी महीने समाप्त हुई है। एटीएस इस तीसरे अभियुक्त को भी कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। मामले में गिरफ्तार शेष 14 अभियुक्त भारतीय हैं। वे चीनी नागरिकों को दूसरों के नाम-पते पर हासिल प्री-ऐक्टिवेटेड सिम मुहैया कराते थे।
इस तरह फर्जी आईडी के आधार पर हासिल इन मोबाइल नंबरों के सहारे विभिन्न बैंकों में आनलाइन खाते खोले गए। इन खातों से आपराधिक गतिविधियों के लिए लेनदेन किया गया है। खातों में अज्ञात स्रोतों से भारी धनराशि जमा की गई है, जिसकी विस्तृत जांच चल रही है।
चीन में इस्तेमाल हो रहा भारतीय सिम
एटीएस को जांच में पता चला है कि गुरुग्राम स्थित एक होटल के चीनी मूल के मालिकों (पति-पत्नी) के निर्देश पर लगभग 500 सिम प्री-ऐक्टिवेटेड सिम चीनी नागरिकों को मुहैया कराए गए हैं, जिनमें से अधिकतर चीन में रहते हैं। गिरफ्तार चीनी नागरिक इन भारतीय सिम धारकों से वी-चैट मैसेंजर ऐप से जुड़े हुए थे। इन सभी 500 भारतीय मोबाइल नंबरों पर व्हाट्सअप रजिस्ट्रेशन के लिए जेनरेटेड ओटीपी को वी-चैट और व्हाट्सअप के माध्यम से शेयर किया गया था। गिरफ्तार अभियुक्त अभी यह जानकारी होने से इनकार कर रहे हैं कि इन भारतीय नंबरों पर ऐक्टिवेटेड व्हाट्सअप कहां पर हैं और किसके द्वारा चलाए जा रहे हैं?
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